नगर पालिका चुनाव में अध्यक्ष पद की भाजपा प्रत्याशी सुषमा रावत ने पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी और पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम पर पार्टी विरोधी कार्य करने का आरोप लगाया है। मीडिया से वार्ता करते हुए कहा की पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी ने पार्टी के लिए कार्य नहीं किया है इसके साथ ही पैसे खाने का भी आरोप लगाया है। पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम पर आरोप लगाया है कि वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे। उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी को वोट देने पर जो दिया है इसके सारे सबूत उनके पास है। जिसके चलते भाजपा को पौड़ी में हार का सामना करना पड़ा। भारतीय जनता पार्टी की पौड़ी नगर पालिका अध्यक्ष पद की अधिकृत प्रत्याशी सुषमा रावत ने मीडिया के सामने अपने दर्द को व्यक्त करते हुए पार्टी के भीतर के असंतोष पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा हारी नहीं है, बल्कि उन्हें पार्टी के अंदर से हराने की कोशिश की गई है। सुषमा रावत ने पौड़ी के विधायक राजकुमार पोरी पर पार्टी के लिए सही ढंग से काम न करने और अंदरूनी गुटबाजी का आरोप लगाया, जिसके कारण भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। सुषमा रावत ने कहा कि विधायक ने निर्दली प्रत्याशी से पैसे लिए और चुनाव के समय भाजपा के लिए काम नही किया है और उन्हें अकेला छोड़ दिया। उन्होंने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम का भी नाम लिया है जो उनके अनुसार कांग्रेस के पक्ष में काम कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि विधायक पोरी ने निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन दिया जिससे भाजपा के अधिकृत प्रत्याशी कमजोर हो गए। वहीं विधायक राजकुमार पोरी ने इन आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी के प्रति पूरी निष्ठा से काम किया और हर वार्ड में भाजपा के उम्मीदवारों के लिए प्रचार किया। पोरी ने कहा कि वह पार्टी के सच्चे सिपाही हैं और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार हैं।
