गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती से मुलाकात की। स्वामी चिदानंद सरस्वती से हुई यह मुलाकात महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह धार्मिक और सामाजिक समर्पण को दर्शाती है। स्वामी चिदानंद सरस्वती, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, एक प्रसिद्ध संत और समाजसेवी हैं, जिन्होंने हमेशा मानवता की सेवा में अपना योगदान दिया है। माँ गंगा की पूजा-अर्चना एवं आरती का आयोजन भारतीय संस्कृति में विशेष महत्व रखता है, और होली जैसे महापर्व के अवसर पर यह और भी खास हो जाता है। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल धार्मिक भावनाएं प्रबल होती हैं, बल्कि समुदाय में एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा मिलता है। उपहार भेंट करने का यह कार्य जनता के प्रति सांसद की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस तरह की गतिविधियाँ समाज में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती हैं और लोगों को एक साथ लाने का कार्य करती हैं।
