विश्व पर्यावरण दिवस 2025 के अवसर पर हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के बीजीआर परिसर में 2 से 5 जून तक जंतु विज्ञान विभाग द्वारा वनस्पति विज्ञान और रसायन विज्ञान विभागों के सहयोग से विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन गतिविधियों का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, प्लास्टिक उन्मूलन एवं सतत जीवनशैली को प्रोत्साहित करना रहा। अभियान की शुरुआत 2 जून को स्वच्छता एवं जागरूकता अभियान से हुई, जिसमें छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। इस दौरान परिसर के विभिन्न क्षेत्रों की सफाई कर पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का संदेश दिया गया। प्रतिभागियों ने सिंगल-यूज प्लास्टिक के बहिष्कार की शपथ ली, जिससे स्वच्छ, हरा-भरा और टिकाऊ भविष्य की दिशा में संकल्प प्रदर्शित हुआ। 3 जून को जंतु विज्ञान विभाग द्वारा “प्लास्टिक प्रदूषण समाप्त करें” विषय पर एक पोस्टर निर्माण प्रतियोगिता आयोजित की गई। प्रतियोगिता में छात्रों ने प्लास्टिक उन्मूलन व सतत विकास को लेकर आकर्षक एवं विचारोत्तेजक पोस्टर प्रस्तुत किए। इनके माध्यम से छात्रों ने संदेश दिया कि जागरूकता और संकल्प से हम वैश्विक प्लास्टिक संकट पर नियंत्रण पा सकते हैं। प्रतियोगिता के उपरांत एक जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें उपस्थित प्रोफेसरों ने पर्यावरण संरक्षण में निजी व सामाजिक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित रहे —
* डॉ. सीपी कोटनाला (विभागाध्यक्ष, जंतु विज्ञान)
* डॉ. विक्रम सिंह नेगी (विभागाध्यक्ष, वनस्पति विज्ञान)
* डॉ. पीपी बडोनी (पूर्व निदेशक, रसायन विभाग)
* डॉ. गौतम कुमार, डॉ. अमन शर्मा, रश्मि नेगी, हेमंत कुमार, मनोज नैथानी, प्रो. राजेश डंगवाल, एमएस धनाई सहित अन्य संकाय सदस्य
सभी ने प्रतिभागियों की रचनात्मकता और पर्यावरणीय चेतना की प्रशंसा करते हुए उन्हें समाज में हरित जागरूकता के वाहक बनने के लिए प्रेरित किया। यह आयोजन इस बात का सशक्त उदाहरण है कि संस्थागत स्तर पर किए गए छोटे-छोटे प्रयास भी व्यापक पर्यावरणीय बदलाव लाने में सहायक बन सकते हैं।